Sunday, January 31, 2016

जीवन में चुनौतियों का सामना कैसे करें।

जीवन में चुनौतियों का सामना कैसे करें।"
जापानी लोगों को ताजा मछली खाना बहोत ज्यादा पसंद हैं। लेकिन जापान के पास के समंदर में से मछ्लीयाँ कुछ सालों के बाद कम होने लगी। इसलिए जापान के लोगों की मछलियों की माँग पुरी करने के लिए फिशिंग बोट्स ज्यादा बडी होने लगी और वो समंदर में ज्यादा दूर तक जाने लगी। जितना दूर बोट जाती उतना ही उन्हें वापस आने में ज्यादा समय लगता। और अगर वापस आनेमें ज्यादा दिन लगते तो उन्होंने पकड कर लाइ मछलीयाँ ताजी नहीं रहती थी। जापानी लोगों को उसका स्वाद पसंद नहीं आने लगा। इसलिए मछलियों की माँग कम होनें लगी।  
       इस समस्या का समाधान करनें के लिए फिशिंग कंपनीयों ने उनकी बोट पर फ्रिजर रखवा दिए। अब मछुआरें मछलीयाँ पकडकर उन्हें समंदर मे ही बोट पर रखें फ्रिजर में रखनें लगे। फ्रिजर की वजह से अब मछलीयाँ पहले से ज्यादा ताजी रहनें लगी। और इसके परिणाम स्वरुप बोट समंदर में और ज्यादा दूर जाने लगी और ज्यादा समय के लिए समंदर में रहनें लगी। परंतू जापानी लोगों को ताजी मछली और फ्रिजर में रखी मछली दोनों के स्वाद का अंतर पता चलता था। उन्हें फ्रिजर में रखीं हुइ मछली का स्वाद पसंद नहीं आया। फिर इन मछलीयों की माँग कम हुइ इसलिए उनकी किमत भी कम हो गई।
      अब इस समस्या का समाधान करनें के लिए मछली पकडने वाली कंपनीयों ने बोट पर फिश टैंक स्थापित किए। इस से मछूवारें मछली पकडकर उन्हें इस फिश टैंक में रखतें थें। कुछ दिन फिश टैंक में इधर उधर घुमने के बाद मछलीयाँ शांत हो गई। मछलीयाँ जिंदा तो रहती थी परंतू थक जाती और सुस्त हो जाती थी। जापानी लोगों को अभी भी इस मछली का स्वाद ताजा मछली जैसा नहीं लगा। उन्हें ये मछलीयाँ भी पसंद नहीं आइ।
जापानी लोगों को एकदम ताजा और जिवंत मछली का स्वाद ज्यादा पसंद था। उन्हें सुस्त और निस्तेज मछलीयाँ पसंद नहीं थीं। तो जापानी फिशिंग कंपनीयों ने इस समस्या का समाधान कैसे किया? उन्होंने जापानी लोगों के पसंद की ताजा मछलीयाँ कैसे मिली? कैसे जापानीयों ने मछलीयों को ताजा रखने की व्यवस्था की?
      मछलीयों को ताजा रखनें के लिए जापानी फिशिंग कंपनीयों ने अभी भी मछलीयाँ उसी फिश टैंक में ही रखीं जो उन्होंने बोट पर स्थापित किए थें। परंतू इस बार उन्होंने हर एक फिश टैंक में एक छोटी शार्क मछली को बाकी मछलीयों के साथ रखा। वो छोटी शार्क मछली कुछ मछलीयों को खा जाती हैं परंतू बाकी बची ज्यादातर मछलीयाँ बहोत ही सक्रीय और ताजी अवस्था में जापानी लोगों को मिलनें लगी। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि अब शार्क मछली के बाकी मछलीयों के साथ टैंक में रहनें से बाकी मछलीयों को चुनौती मिली। वो जिंदा रहने के लिए सतर्क रहनें लगी।
      उपर की कहानी पढ कर आपको समझ में आया होगा ही की चुनौतीयाँ जीवन के लिए जरुरी होती हैं। हमारे आसपास भी ऐसे लोग हैं जो हमेशा थके हुए, सुस्त और निस्तेज जीवन जी रहें होतें हैं। क्या हमें भी हमारें जीवन में जागरुक, सतर्क और कार्यरत रहनें के लिए शार्क मछली जैसी चुनौतीयाँ जरुरी हैं? इसका जवाब हैं हाँ, जरुरी हैं। शार्क मछली मतलब नई चुनौतीयाँ, नए बदलाव जो हमें हमेशा सतर्क रखतें हैं। जितना आप खुद को समझदार, बुध्दीमान और सक्षम बनाते रहते हैं उतना आपको नई चुनौतीयों का सामना करने में मजा आता हैं।
      अगर आपकी चुनौतीयाँ समाधान करनें लायक हैं और आप हमेशा उनका सामना करकें उनका समाधान खोजते हैं तो आप जीवन में सफल व्यक्ती कहलाऐंगे। चुनौतीयों के बारें में सोचकर आपमें नई उर्जा का संचार होगा। आप नई चीजें, नए हल ढुँढ़ने के लिए उत्साही होंगे और ये सब करके आपको मजा आएगा, आप खुद को खुश, सक्रिय और नवचेतना से भरपुर महसुस करेंगें।

चुनौतीयों से निपटने के लिए कुछ सुझाव।

·        नई चुनौतीयों से दूर भागने के बजाय इनका डटकर सामना करें। चुनौतीयों का सामना करके उन्हें सुलझाने का मजा लें। अगर आपके सामने बहोत बडी और बहोत ज्यादा संख्या में चुनौतीयाँ हैं तो इस से डरे नहीं, न तो हार मानें। इनका सामना करनें के लिए दृढ़ संकल्प करें और अधिक ज्ञान, और अधिक मदद हासिल करें।
·        निराशा हमारें जीवन मे ठीक उसी तरह होती हैं जैसे सड़क पर गतीरोधक होता हैं। गतीरोधक हमें धीमा जरुर करता हैं परंतू उस से आगे हमें अच्छी सड‌क मिलती हैं। वैसे ही नैराश्य हमें जीवन में धीमा करता हैं। परंतू इस निराशा में ज्यादा समय ना रहें। इस से आगे बढ़े!
·        आपको जो चाहिए वो जब आपको नहीं मिलता तब आप निराश होते हैं, आपको बुरा लगता हैं ऐसे समय धीरज रखें और खुश रहनें की कोशिश करें। क्योंकि भगवान नें जरुर आपके लिए कुछ न कुछ अच्छा सोचा होगा। जब आपके साथ अच्छा या बुरा कुछ भी होता हैं तब इस पर ज्यादा सोचें नहीं। जीवन में हर घटना का कोइ न कोइ मकसद होता हैं। कोशिश करें की आप ज्यादा से ज्यादा खुश रहें, ज्यादा हँसे|
·        भगवान ने हमें यें वादा नहीं किया था की आपके जीवन में सिर्फ सुख होगा दु:ख नहीं, हँसी होगी आँसू नहीं, सूरज होगा बारिश नहीं; लेकिन भगवान ने हमें दु;ख सहने के लिए हिम्मत और सामर्थ्य जरुर दिया, आँसू पोछ्ने के लिए अपने लोग दिए, और अँधेरे में चलनें के लिए प्रकाश जरुर दिया हैं।
·      कोई भी अपने अतीत में जाकर एक नयी शुरूवात नहीं कर सकता। लेकिन हर कोइ आज और अभी से नयी शुरूवात करके नया अंत कर सकता हैं।

आगे बढ़ो और जीवन में चुनौतियों से निपटने के लिए तयार हो जाओ।

आशा करता हूँ कि आपको इस लेख से कुछ सींख जरुर मिलें और आपको ये लेख पसंद आया हो।


धन्यवाद।

Sunday, January 3, 2016

“नए साल 2016 के लिए कुछ संकल्प और उन्हें पुरा करने के लिये योजना।”

“नए साल 2016 के लिए कुछ संकल्प और उन्हें पुरा करने के लिये योजना।”


नया साल शुरु हो गया हैं। और हर साल की तरह इस साल भी हम नये संकल्प जरुर करेंगे। बहोत से लोगों ने अपने नये साल के लिये नये संकल्पों की सुची भी बनाइ होगी। परंतू बहोत से ऐसें भी लोग है जो संकल्प कर के कुछ दिनों में ही उसे भुल जाते हैं। इस बार ऐसा ना हो ऐसी कोशिश कीजियें। और २०१६ में खुद को बेहतर बनाने की कोशिश कीजिये।
हर साल ज्यादातर लोग अपने संकल्पों की बडी लंबी सुची बनाते हैं। मुझे नये साल में जिम जाना हैं,  अंग्रेजी बोलना सीखना हैं, गिटार सीखना हैं, ये करना हैं वों करना हैं। ये सुची इतनी लंबी हो जाती है की हमें काम ज्यादा और समय कम लगने लगता हैं। इस सुची में से मुश्किल सें एक या दो संकल्प पर अमल होता है और वो भी सिर्फ कुछ दिनों के लिये। इसलिये इस साल संकल्पों की लंबी सुची न बनाकर इन्हें हम 6 अलग अलग श्रेणियों में विभाजित करते हैं; कैरियर, आत्म विकास, व्यापार, रिश्ते, स्वास्थ्य और जीवन। और इन संकल्पो को हम अलग अलग समय भी निर्धारित कर सकते हैं जिस से हम ज्यादा से ज्यादा संकल्पों को पुरा कर सकें|
नयें साल की आप सभी को बहोत शुभकामनायें। आप सभी को इस नयें साल में ढेर सारी खुशिया मिले, सफलता प्राप्त हों और आप स्वस्थ रहें यहीं कामना करता हुँ।

व्यवसाय

1) काम पर अभिक मेहनत करें।
क्याआप ईमानदारी से कह सकते हैं की आप कामपर अपनी 100%मेहनतमें कररहे हैं?अगर हाँ तो यह अच्छी बात हैं। ऑफिस में अपना पुरा ध्यान दें। आपको जितना वेतन मिल रहा हैं उस से ज्यादा ही काम करें। ऐसा करने से आप को ज्यादा वेतन मिलनें के अवसर मिल सकते हैं। और अगर आप कोइ व्यवसाय करते हैं तो आपको ज्यादा मुनाफा हो सकता हैं।

2) अधिक पैसे कमाने का प्रयास करें।
ज्यादातर लोगों को एक हीलक्ष्य होता है की वो अधिक से अधिक पैसे कमायें। इस साल इस लक्ष्य को हासिल करने के लिये थोडी ज्यादा मेहनत करें। इसके लिये अपनी नौकरी बदलें या अपना खुद का कोइ व्यवसाय शुरु करें या फिर नौकरी के साथ साथ पार्ट टाइम व्यवसाय शुरु करें। पैसे कमाने के हजारों अच्छे तरीकें हैं उनको करके देखें। और कोइ भी अछा काम करने से ना तो डरें ना तो शर्मायें। लोग क्या कहेंगे इसे भुल जाइयें।

3) अपना कैरियर बदलें।
आप कहेंगे की कैरियर बदलना इतना आसान नहीं। बहोत मुश्किल हैं। परंतू अगर आप अभी कर रहे नौकरी में खुश नहीं हैं तो आप दुसरी जगह पर अप्लाय कर सकते हैं जहाँ आपको आपके पसंद का काम मिलें और वेतन भी। या फिर आप आपके पसंद का कोइ व्यवसाय शुरु करने की सोच रहें है परंतू आप ने अभी तक नहीं शुरु किया तो अब करों। या फिर आप अपने कैरियर का क्षेत्र बदलना चाहते हैं तो अब बदलनेकी कोशिश करें|

4) कोइ उच्च पदवी हासिल करें।
योग्यता बढाने से य पदवी लेने से आपको अपने कैरियर में आगे बढ़ने में मदद होगी, या यहां तक ​​कि आपको कहीं और  नौकरी मिल सकती है। पदवी लेने से विशिष्ट क्षेत्र में आप अपने ज्ञान में सुधार कर सकते हैं अपना ज्ञान बढा सकते हैं।

5) अपनी पसंद की नौकरी ढुंडे।
अगर आप अपनी पसंद का काम करतें हैं तो आपके सफल होने की संभावनायें ज्यादा होती हैं। और आप अपनी पसंद का काम करने से जीवन में समाधानी और खुश भी रहते हैं। इसलिये हो सकें तो अपने पसंद का काम करें।

6) पदोन्नति प्राप्त करनें के लिये मेहनत करें।
पिछ्ली बार आपको पदोन्नति कब मिली थी? अगर आपको लगता हैं की आप अगर ज्यादा मेहनत करेंगें तो आपको पदोन्न्ति मिल सकती हैं तो मेहनत करें।

7) रिटायर होने के लिये सक्षम बनें।
जब की आज कल लोग रिटायर नहीं होतें। ज्यादा से ज्यादा उम्र तक काम करते हैं। परंतू कुछ लोगो का यह सपना होता हैं की वो जल्दी रिटायर हो। ताकि वो बाकी समय अपनों के साथ और अपने शौक को पुरा करनें मे दें। क्या आपका भी ऐसा ही सपना हैं? हैं तो अपने आप को उसके लिये सक्षम बनायें।  

8) अपनी उत्पादकता और कार्यकुशलता में सुधार करें।
सभी आप अपने दैनिक कार्यों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते हैं तो अपनी उत्पादकता और कार्यकुशलता में सुधार करना ये नयें साल के लिये बहोत अच्छा संकल्प होगा। ऐसा करने से आप बहोत अच्छा भी महसुस करेंगे।

9) कार्यस्थल के भीतर दोस्त बनायें।
जब आप अपनी कंपनी के भीतर दोस्त बनाते हैं तो काम करनें मे अधिक मज़ा आता है। आप ऑफिस मे छोटी छोटी चीजों का आनंद ले सकते हैं और इस से सभी साथीयों का मनोबल भी बढेगा।

10) अपने काम करनेंकी मानसिकता में सुधार करें।
काम के प्रती सही मानसिकता रखना बहोत महत्वपूर्ण है। एक टीम के भीतर अच्छी तरह से काम करना और अपने काम के प्रति सही रवैया होना निश्चित रूप से सफल होने के लिये जरूरी है।

11) समय पर या जल्दी ऑफिस पोहचें।
आप हमेशा चाहते होंगे की आप ऑफिस में सही समय पर आयें या कभी देर से ना जायें। आप आज से संकल्प करें की मैं हमेशा समय पर ऑफिस जाउंगा। इसके लिये अगर आप को सुबह 30 मिंनट जल्दी उठना पडेगा।

आत्म विकास


12) अधिक किताबें पढ़ें|
किताबें ज्ञान प्रदान करते हैं और हमारे विचार भी शुध्द करते हैं। अच्छी किताबें पढने का संकल्प करें। और हर हप्ते या हर महिने मे एक किताब जरुर खरीदें और पढें।

13) बदलाव का स्वीकार करें।
बहोत से लोगों को बदलाव का स्वीकार करनें में परेशानी होती हैं। वो बदलाव के लिये जल्दी तयार नहीं होतें। जब की एक बदलाव ही जीवन में ऐसी चीज है जो स्थायी हैं। नयें साल से सभी प्रकार के बदलाव को स्वीकार करना सीखें। इस से आप को जीवन में आगे बढ़ने में और बेहतर काम करने के लिये मदद होगी।

14) अपना आत्मविश्वास बढायें।
बहोत से लोगों में आत्मविश्वास की कमी रहती हैं। इसलिए नए साल मे अपने आत्मविश्वास के स्तर में सुधार करने के लिए अपने आप को प्रेतित करने के लिए एक अच्छा समय हो सकता है।

15) एक नए कौशल सीखों।
पिछली बार आपने कब नया कौशल सीखा था? इस साल कोइ एक नया कौशल सीखें। यह कुछ भी हो सकता है; कुछ भी जिसमें आप रुचि रखते हैं।

16) वीडियो गेम खेलना बंद करें।
क्या आप वीडियो गेम खेलने मे अपना समय व्यतीत करतें हैं। अगर हा तो इस साल इस आदत को बदलें। अपने समय का बेहतर इस्तेमाल करें।  

17) अपने गुस्से पर नियंत्रण रखें।
हम सभी को कभी न कभी गुस्सा आता है और इस गुस्से में हम खराब निर्णय लेते हैं|  अपने आप को शांत रखने और अपने गुस्से को काबू में करने के लिए हम निश्चित रूप से कदम उठा सकते हैं। और इस साल हम उसके लिये प्रयास करेंगे।

18) ध्यान की कला सीखें|
ध्यान अपने विचार संतुलित रखने और अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने के लिए बहोत अच्छा है। बहोत से लोग सोचते हैं की हम ध्यान करेंगें लेकिन फिर बहाना बतातें हैं की उनके पास पर्याप्त समय नहीं हैं। परंतू विश्वास कीजियें ध्यान के लिये समय निकालना आपके लइये बहोत सही साबित होगा।

19) कम T.V देखो|
आप टीवी देखने में बहुत अधिक समय खर्च करते हैं और आप वास्तविक जीवन पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के कम समय खर्च करतें हैं। आपके पास पर्याप्त समय नहीं इसका कारण ये T.V  भी हैं। इसलिये इस साल T.V  कम देखें और अपने समय का बेहतर इस्तेमाल करें।  

20) खुद के अनुशासन स्तर में सुधार करें।
अगर आप जीवन में कुछ बडा या कुछ अलग हासिल करना चाहते हैं तो आपको अनुशासित होना पडेगा। अगर आप अनुशासित नहीं हैं तो आपको इस पर काम करना होगा। अनुशासन आपको हर क्षेत्र मे जरुरी हैं।

21) अपनी सुविधा क्षेत्र से बाहर निकलो|
अपनी सुविधा क्षेत्र के भीतर का जीवन रोमांचक नहीं होता। लेकिन कुछ लोगों को अपने सुविधा क्षेत्र से बाहर जाकर कुछ भी करनें से डर लगता हैं। वें कोइ जीवन में कोइ भी जोखिम नहीं लेना चाहते। परंतू अगर आपको आपके जीवन में कुछ भव्य करना हैं, कुछ नया सीखना हैं तो आपको आपके सुविधा क्षेत्र से बाहर निकलकर सोचना होगा। काम करना होगा।

22) सुबह नींद से जल्दी जागियें।
अधिकांश लोगों को लगता हैं की उन्होनें जल्दी जागना चाहियें, लेकिन वो ऐसा कर नहीं पातें। इस साल जल्दी जागने के लिये कोइ अच्छा बहाना ढुंडे। अगर आप सुबह जल्दी जागते हैं तो आपको दिन मे अधिक समय मिल जाता हैं।

23) ना कहना सीखें।
अब तक बहुत से लोगों को 'नहीं' इस शब्द के साथ संघर्ष करना पडता हैं। वें आसानी से लोगों को ना नहीं कर पातें। जब की कभी कभी उनको ना न कहने से नुकसान भी होता हैं। हमें कभी कभी ना कहना भी आना चाहियें। इस सल ना कहना सींख लें।

24) अधिक सकारात्मकता से सोचना शुरु करें।
ज्यादातर लोग हमेशा चीजों के बारे में बहुत नकारात्मक सोचते हैंइस साल हम किसी भी चीज के बारें मे पहले सकारात्मकता से सोचनें से शुरुवात करेंगें।  

25) प्रयास करना ना छोडें।
जीवन में आप को जो हासिल करना हैं उसे हासिल करनें के लिये हमेशा प्रयास करते रहें। अगर आपको उसमें असफलता भी मिलती है तो भी हार ना मानें।

26) अपने डर को जीत लें।
अपने डर का सामना करके उस पर काबु करना सीखें।

27) कोइ बडा और अच्छा करनें के लिये जान लगा दें।
कोइ भी बडा काम करना हैं या कुछ नया करना हैं तो उसके लिये आधा अधुरा काम या मन से करने से वो काम परिपुर्ण या श्रेष्ठ नहीं होता। उसके लिये जी जान लगा कर काम करना पडता हैं। इस साल संकल्प करें की आप किसी ना किसी काम में आपका पुरा ध्यान और जान लगा देंगें।

33) अपने आप में अधिक निवेश करें।
नए कौशल सीखने, नए योग्यता प्राप्त करने और अपने आप को सक्षम बनानें में निवेश करें।

34) आप मिले हुयें अवसर का अधिक लाभ उठाएं
सभी को जीवन मे अवसर जरुर मिलते हैं। परंतू सभी लोग उसका लाभ लेते ही हैं ऐसा नही हैं। आप अपनेआप से वादा करें की आप को जो भी अवसर मिलेगा आप उसका अधिक से अधिक लाभ उठाऐंगे। और ये भी कोशिश करेंगे की आप खुद के लिये और औरों के लिये भी अवसर उत्पन्न कर सकें।

व्यापार

35) अधिक लाभ कमाने की कोशिश करें।
हम सभी व्यापार में अधिक लाभ अर्जित करना चाहते हैं? सवाल ये हैं कि आप इस साल अपने मुनाफे में वृद्धि करनें के किये क्या करने वाले हैं?

36) अपने व्यापार की एक वेबसाइट बनाइयें।
आज के दिनों मे वेबसाइट के बिना एक व्यवसाय की ग्रोथ नहीं होती। समय के साथ अपने व्यवसाय और उनके तरीको मे भी बदलाव करें। इस साल अपने व्यवसाय की वेबसाइट बनवायें।

37) अपने व्यवसाय का विस्तार करें।
अभी भी आप सिर्फ एक ही स्थान पर व्यवसाय करते हैं? अपने व्यापार का विस्तार और अधिक संभावित ग्राहकों तक पहुंचने के लिए अपने व्यवसाय की दुसरें शहरों शाखायें मे शुरु करें।

38) अपने व्यापार की योजना लिखें|
आप एक ठोस व्यवसाय योजना के बिना शुरू नहीं कर सकते हैं। यह एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि आपके पास एक व्यवसाय के लिए एक विचार है और उसे शुरू नहीं कर पायें तो 
इस साल उस विचार से एक योजना बनायें। योजना बनाकर उस पर काम करना शुरु करें।

39) अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों की पहचानें।
व्यापार में आपके दीर्घकालिक लक्ष्य क्या हैं? आप उन्हें आसानी से पहचान सकते हैं या आप उनके बारे में थोड़ा भ्रमित है? अपने लक्ष्यों को निर्धारित करो और उसके हिसाब से अपने भविष्य की योजनायें बनाओं।

40) कठिन परिश्रम करें।
किसी भी व्यवसाय के लिये कड़ी मेहनत बहुत आवश्यक होती है। अगर आप को लगता हं की आप उतना कठिन परिश्रम नहीं कर रहें हैं जितना आपको आपके व्यवसाय को आगे बढाने और अधिक मुनाफा कमाने के लिये करनी चाहियें तो नये साल मे संकल्प करें।

रिश्ते

41) नए दोस्त बनायें।
नयें दोस्त बनानें से हम खुश रहतें हैं, व्यस्त रहतें हैं, और सामाजिक होते हैं। इसलिये नयें लोगों से मिलें दोस्त बनायें।

42) नकारात्मक दोस्तो से दुर रहें।
नकारात्मक दोस्त कुछ भी नहीं करते सिवाय आपको नीचे खींचनें के और आपका मनोबल कम करने के। वो आपका ध्यान नकारात्मक चीजों पर ज्यादा लगाते हैं और आपके सफलता मे बाधा बनते हैं। ऐसे दोस्तों से दुर रहें।

43) परिवार के साथ अधिक समय बितायें।
आज कल की दौड भाग के जीवन में हम पैसा कमाने में और भविष्य को सुनित्चित करने में इतने व्यस्त हो गये हैं की हम अपने परिवार को समय ही नहीं दे पातें। इस साल अपने व्यस्त जीवन से समय निकाल कर अपने परिवार के साथ व्यतित करें।  

44) अपने प्रियजनों के प्रती प्यार को व्यक्त करें।
अपने परिवार को बताओ की आप उनसे कितना प्यार करते हैं। आपको उनकी कितनी परवाह है ये जतायें। उनके आपके जीवन में होनें से आप कितने खुशनसीब हैं ये बतायें। उनके साथ और प्यार के लिये धन्यवाद दें। 
स्वास्थ्य


45) धूम्रपान छोडे।
हर साल बहोत से लोग ये संकल्प करते है और कुछ दिनों मे भुल जातें हैं। परंतू इस साल आप इसे पुरा करें। अगर आप एक साथ कई चीजें करने लगतें है जैसे की आप जिम मे जाकर मेहनत कर रहे है और डाइट पर ध्यान दे रहें है तो अपने आप बुरी आदतें छुट जाती हैं।

46) शराब ना पियें।
ये भी धूम्रपान के जैसा ही हैं। अच्छी आदतों पर ध्यान केंद्रीत करें अपने आप आपकी गलत और बुरी आदतें कम होके बंद हो जायेगीं। इस साल ये संकल्प पुरा कीजियें।

47) वजन कम  करें या बढायें।
अगर आप दुबले पतले हैं तो इस साल अपना वजन बढा के सुद्रुढ बनें और अगर आपका वजन बहोत ज्यादा हैं तो व्यायाम और सहीं खानपान और आदतों से अपना वजन घटायें।

48) शक्ति बढायें।
अपने आप को शारिरिक और मानसिक द्रुष्टी से सशक्त और मजबुत बनायें। शारिरिक मजबुती के लिये व्यायाम और आहार पर ध्यान दें और मानसिक मजबुती के लिये ध्यान, योगा और प्राणायाम करें।

49) कोइ भी एक खेल खेलें।
आपको कोइ खेल पसंद हैं और आप उसे खेलना भी चाहते हैं परंतू व्यस्त जीवन की वजह से आप नहीं खेल पायें हो तो अब इस साल अपने पसंदीदा खेल के लिये समय निकाले और उसका आनंद लें।

50) फास्ट फूड खाना छोड़ दें।
फास्ट फूड स्वादिष्ट तो होता हैं लेकिन यह वजन बढाता है और अस्वस्थ खाना होता है। इसे लगातार खाने से आपके स्वास्थ पर गलत असर होता हैं। इसे खाने से बचे।

51) अधिक पानी पीयें।
कहा जाता हैं की एक दिन में ८ ग्लास पानी पिना स्वास्थ के लिये बहोत लाभदायक हैं। परंतू बहोत से लोग दिन में ४ ग्लास भी पानी नहीं पिते। पानी हमारें शरीर के लिये अच्छा होता है। हर एक घंटे मे १ग्लास पानी पियें।

52) हप्ते में कम से कम 3 दिन व्यायाम करें।
वैसे तो हर दिन व्यायाम करना सब के लिये बहोत ही लाभादायक हैं परंतू समय की व्यस्तता के कारण यहाँ कम से कम ३ दिन इस शब्द का इस्तेमाल किया हैं। एक सप्ताह में कम से कम 3 बार कसरत करने से आप स्वस्थ रहेंगें। कसरत के साथ स्वस्थ आहार भी लें। कसरत किसी भी प्रकार की हो सकती हैं, जिम में जाकर की हुयी कसरत हो या फिर दौडना हो या फिर स्विमिंग हो कुछ भी। ऐसा करने से आपकी काम करनेकी क्षमता भी बढेगी।  
जिंदगी


53) एक नया शौक खोजें|
शौक एक बहोत बडी चीज होती हैं|  लेकिन एक नया शौक खोजने के लिए, आप को नयीं चीजें करनीं होगी जिसके लिये बहोत से लोग कतरातें हैं। जीवन में नया कुछ करके देखियें, नयी नयी चीजें सीखें जो आपने आपके जीवन में पहले नहीं की हो। इस से आपको नया शौक मिल जायेगा और जीवन का मजा भी आयेगा।

54) विभिन्न देशों के और विभिन्न आयु समूहों के नए लोगों से मिलें।
विभिन्न देशों के और विभिन्न आयु समूहों के नए लोगों से मिलने से आप का दृष्टीकोन बेहतर होता हैं बडा होता हैं। ऐसा करने से आपको अच्छे दोस्त भी मिल सकतें हैं।

55) बाहर जाओ और जीवन का खुब मज़ा लों।
जीवन बहोत ही सुंदर चीज हैं। इसे खुले दिल से जियों। जीवन सबको एक बार ही मिलता हैं इसलियें इसका पुरा लुप्त उठाओं। आपको जो पसंद हैं वो करो, बाहर जाओ, घुमों फिरो और जीवन के मजे लों।

56) हर दिन कुछ नया करें।
इस दुनिया में करनें के लिये बहोत कुछ है, संभावनाएं अनंत हैं। प्रत्येक दिन कुछ नया करना जीवन जिने का एक शानदार तरीका है। हर दिन आप कुछ नया करतें हैं तो आप हर दिन कुछ नया सीखतें हैं और आपके मस्तिष्क को चालना मिलती हैं। इस से आप प्रसन्ना महसुस करते हैं।

57) अपने सामाजिक जीवन में सुधार  करें।
अगर आप बहोत दिनों से आपके दोस्तों के साथ कहीं बाहर घुमनें नहीं गयें हैं तो इस साल प्रयास करें की महिने मे एक बार दोस्तों के साथ कहीं घुमने जायें। या कही सब मिलकर समय व्यतित करें। अपने आप को  इस साल और अधिक सामाजिक बनाने के लिए एक प्रयास करें।

58) अधिक पैसे बचायें।
नये साल के लिये एक और शानदार और आम संकल्प होता है अधिक पैसे बचाना। अधिकांश लोग इसमें विफल रहतें हैं। हम हमारे वेतन से खर्च करके कुछ पैसें बचते है तो उन्हें हम बचा कर रखतें हैं। परंतू हमे वेतन में से निर्धारित पैसे पहले बचा कर फिर खर्च करना चाहिये। इस साल कोशिश करो की ज्यादा बचत करें।

59) यात्रा पर जाओ|
"दुनिया एक किताब है, और जो लोग यात्रा नहीं करते वो लोग केवल एक ही पृष्ठ पढ़ते हैं।" ऐसा किसी ने कहा हैं और मुझे ये सही लगता हैं। आप हर पृष्ठ पढ़ना चाहते हैं?  दुनिया में जो भी देखने लायक हैं देखना चाहतें हैं? जो भी करने लायक हैं करना चाहतें हैं तो दुनिया घुमें।

60) संकल्प पुरा करे।
इस साल का सबसे बडा और महत्त्वपुर्ण संकल्प ये हैं की आपने जितने भी संकल्प किये हैं उन्हें पुरा करनेमें दिलो जान से कोशिश करें।

इनमें से जो भी संकल्प आपको अच्छे लगे हो उनकी सुची बनाइयें और कोशिश करें की उनको पुरा करे।

आशा करता हूँ कि आपको इस लेख से कुछ सींख जरुर मिलें और आपको ये लेख पसंद आया हो।

Tuesday, November 10, 2015

पंच दिवसीय दीप पर्व

पंच दिवसीय दीप पर्व का आरम्भ भगवान धन्वन्तरी की पूजा-अर्चना के साथ होता है, जिसका अर्थ है पहले काया फिर माया। यह वैद्यराज धन्वन्तरी की जयन्ती है, जो समुद्र मंथन से उत्पन्न चौदह रत्नों में से एक थे। यह पर्व साधारण जनमानस में धनतेरस के नाम से जाना जाता है। इस दिन लोग पीतल-कांसे के बर्तन खरीदना धनवर्धक मानते हैं। इस दिन लोग घर के आगे एक बड़ा दीया जलाते हैं, जिसे ‘यम दीप’ कहते हैं। मान्यता है कि इस दीप को जलाने से परिवार में अकाल मृत्यु या बाल मृत्यु नहीं होती। 
दूसरे दिन मनाई जाने वाली कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को छोटी दीवाली या नरक चतुर्दशी अथवा रूप चतुर्दशी कहते हैं। पुराण कथानुसार इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने आततायी दानव नरकासुर का संहार कर लोगों को उसके अत्याचार से मुक्ति दिलाई थी। इस दिन को श्री कृष्ण की पूजा कर इसे रूप चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पितृश्वरों का आगमन हमारे घरों में होता है अतः उनकी आत्मिक शांति के लिए यमराज के निमित्त घर के बाहर तेल का चौमुख दीपक के साथ छोटे-छोटे 16 दीए जलाए जाते हैं। उसके बाद रोली, खीर, गुड़, अबीर, गुलाल और फूल इत्यादि से ईष्ट देव की पूजा कर अपने कार्य स्थान की पूजा की जाती है। पूजा उपरांत सभी दीयों को घर के अलग-अलग स्थानों पर रखते हुए गणेश एवं लक्ष्मी के आगे धूप दीप जलाया जाता है। 
तीसरे दिन अमावास्या की रात्रि में दीवाली पर्व मनाया जाता है। दिन भर लोग अपने घर-आंगन की  साफ-सफाई कर कर रंगोली बनाते हैं। सायंकाल खील-बताशे, मिठाई आदि खरीदते हैं। दीए, कपास, बिनौले, मशाल, तूंबड़ी, पटाखे, मोमबत्ती आदि की व्यवस्था घर-घर में होती है। सूर्यास्त के कुछ समय पश्चात् दीप जलाने की श्रृंखला आरम्भ कर सभी लोग नए वस्त्र पहनकर शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी पूजन करते हैं। शहरों में व्यापारी नए बही खातों का पूजन करते हैं तो कुछ श्रद्धालुजन इस रात विष्णु सहस्रनाम के पाठ का आयोजन करते हैं। गांवों में घर के बाहर तुलसी, गोवर्धन, पशुओं की खुरली, बैलगाड़ी, हल आदि के पास भी दीए रखे जाते हैं। गांव की गलियों,पगडंडियों, मंदिर, कुएं, पनघट, चौपाल आदि सार्वजनिक स्थानों पर भी दीए रखे जाते हैं। अमावस्या की रात को तांत्रिक भी बहुत उपयुक्त मानकर अपने मंत्र-तंत्र की सिद्धि करते हैं। कई लोग टोटके भी करते देखे जाते हैं।      
लक्ष्मी पूजा की रात्रि को सुखरात्रि भी कहते हैं। इस अवसर पर लक्ष्मी पूजा के साथ-साथ कुबेर की पूजा भी की जाती है, जिससे सुख मिले। लक्ष्मी प्राप्ति के लिए पुराणों में कहा गया है कि-
वसामि नित्यं सुभगे प्रगल्भे दक्षे नरे कर्मणि वर्तमाने।
अक्रोधिने देवपरे कृतज्ञे जितेन्द्रिये निम्यपुदीर्णसत्तवे।।
स्वधर्मशीलेषु च धर्मावित्सु, वृद्धोपसवतानिरते च दांते।
कृतात्मनि क्षान्तिपरे समर्थे क्षान्तासु तथा अबलासु।।
वसामि वारीषु प्रतिब्रतासु कल्याणशीलासु विभूषितासु।
सत्यासु नित्यं प्रियदर्शनासु सौभाग्ययुक्तासु गुणान्वितासु।।
     अर्थात् मैं उन पुरुषों के घरों में निवास करती हूं जो स्वरूपवान, चरित्रवान, कर्मकुशल तथा तत्परता से अपने काम को पूरा करने वाले होते हैं। जो क्रोधी नहीं होते, देवताओं में भक्ति रखते हैं, कृतज्ञ होते हैं तथा जितेन्द्रिय होते हैं। जो अपने धर्म, कत्र्तव्य और सदाचरण में सतर्कता से तत्पर होते हैं। सदैव विषम परिस्थितियों में भी अपने को संयम में रखते हैं। जो आत्मविश्वासी होते हैं, क्षमाशील तथा सर्वसमर्थ होते हैं। इसी प्रकार उन स्त्रियों को घर मुझे पसंद हैं जो क्षमाशील, जितेन्द्रिय, सत्य पर भक्ति रखने वाली होती हैं तथा जिन्हें देखकर चित्त प्रसन्न हो जाता है। जो सौभाग्यवती, गुणवती पति से अटूट भक्ति रखने वाली, सबका कल्याण चाहने वाली तथा सदगुणों से अलंकृत होती हैं। 
     चौथे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन की पूजा कर उसे अंगुली पर उठाकर इन्द्र द्वारा की गई अतिवृष्टि से गोकुल को बचाया था। इस पर्व के दिन बलि पूजा, अन्नकूट आदि को मनाए जाने की परम्परा है। इस दिन गाय, बैल आदि पशुओं को स्नान कराकर फूल माला, धूप, चंदन आदि से उनका पूजन किया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन गौमाता की पूजा करने से सभी पाप उतर जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। गोवर्धन पूजा में गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर जल, मोली, रोली, चावल, फूल, दही, खीर तथा तेल का दीपक जलाकर समस्त कुटुंब-परिजनों के साथ पूजा की जाती है।
    दीप पर्व के पांचवे दिन भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है। इसमें बहिन अपने भाई की लम्बी आयु व सफलता की कामना करती है। भैयादूज का दिन भाई-बहिन के प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। बहिने अपने भाई के माथे पर तिलक कर उनकी आरती कर उनकी दीर्घायु की कामना के लिए हाथ जोड़कर यमराज से प्रार्थना करती है।  भाई दूज को यम द्वितीया भी कहा जाता हैं ऐसा माना जाता है कि इसी दिन मृत्यु के देवता यम की बहिन यमी (सूर्य पुत्री यमुना) ने अपने भाई यमराज को अपने घर  निमंत्रित कर तिलक लगाकर भोजन कराया था तथा भगवान से प्रार्थना की थी कि उनका भाई सलामत रहे। इसलिए इसे यम द्वितीया कहते हैं।


ज्योति पर्व का प्रकाश आप सभी के जीवन को सुख, समृद्धि  एवं वैभव से आलोकित करे, 
यही मेरी शुभकामना है......

Saturday, October 31, 2015

"आलस्य और सफलता"



सुस्ती व आलस्य एक ऐसी चीज़ है जो इंसान को किसी भी क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ने देती है। जो व्यक्ति आलसी होता है वह लगभग हर कार्य करने में यथासंभव टाल- मटोल की कोशिश करता है और उसका परिणाम यह होता है कि जीवन के किसी भी मैदान में सफल नहीं हो पाता है। आलस्य एसी बुरी चीज़ है जो इंसान के व्यक्तित्व को कुचल देती है और जीवन का स्वर्णिम समय अर्थहीन कार्यों में चला जाता है। परिणाम स्वरूप वह अपने जीवन में पीछे रह जाता है। आलस्य एक ऐसी ज़ंजीर है जिसकी एक कड़ी दूसरी कड़ी से मिली होती है और वह इंसान के हाथ पैर बांध देती है। जब आलसी इंसान एक कार्य अंजाम देने में सुस्ती से काम लेता है तो समय नहीं गुज़रता कि वह दूसरे कार्य को भी अंजाम देने में सुस्ती से काम लेता है। इंसान की यह आदत जारी रहती है यहां तक कि वह समाज एवं परिवार के एक अपंग अंग में परिवर्तित हो जाता है।